पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि
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1. शुद्ध और असली रुद्राक्ष का चयन करें:
- पंचमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पहले सुनिश्चित करें कि यह असली और शुद्ध है।
- इसे प्रमाणित और विश्वसनीय स्रोत से खरीदें। panditbazar.com
2. रुद्राक्ष का शुद्धिकरण करें:
- रुद्राक्ष को गंगाजल और गाय के दूध में रातभर डुबोकर रखें।
- अगली सुबह इसे साफ पानी से धोकर स्वच्छ कपड़े से सुखा लें। panditbazar.com
3. पूजन विधि:
- पंचमुखी रुद्राक्ष को सोमवार या किसी शुभ दिन धारण करना सबसे उचित होता है।
- सुबह स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग के सामने रुद्राक्ष को रखें।
- रुद्राक्ष पर गंगाजल, दूध और शहद चढ़ाएं।
- धूप-दीप जलाएं और मंत्रों का जाप करें। panditbazar.com
जाप करने के मंत्र:
- "ॐ ह्रीं नमः" (पंचमुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र)
- "ॐ नमः शिवाय" (108 बार जाप करें) panditbazar.com
4. रुद्राक्ष को धारण करें:
- पंचमुखी रुद्राक्ष को लाल, सफेद या पीले धागे में पिरोकर पहनें।
- इसे गले में धारण करें, या चाहें तो दाहिने हाथ में भी पहन सकते हैं। panditbazar.com
5. ध्यान रखने योग्य बातें:
- रुद्राक्ष को धारण करने के बाद पवित्रता बनाए रखें।
- मांसाहार, नशा और अनैतिक कार्यों से दूर रहें।
- प्रतिदिन "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें।
- रुद्राक्ष को समय-समय पर गंगाजल से धोकर शुद्ध करें। panditbazar.com
पंचमुखी रुद्राक्ष के लाभ:
- यह भगवान शिव का प्रतीक है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
- यह तनाव, चिंता और नकारात्मकता को दूर करता है।
- हृदय, रक्तचाप और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद करता है।
- जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार करता है। panditbazar.com
पंचमुखी रुद्राक्ष को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ धारण करें। इससे आपके जीवन में शांति, सुख और सकारात्मक बदलाव आएंगे। panditbazar.com