
तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि
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1. शुद्ध और असली रुद्राक्ष का चयन करें:
- तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि यह असली और शुद्ध हो।
- इसे प्रमाणित और विश्वसनीय विक्रेता से खरीदें। panditbazar.com
2. रुद्राक्ष का शुद्धिकरण करें:
- रुद्राक्ष को गंगाजल और गाय के दूध में रातभर के लिए रखें।
- अगली सुबह इसे साफ पानी से धोकर किसी स्वच्छ कपड़े से सुखा लें।
3. पूजन विधि:
- रविवार या किसी शुभ दिन को तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना सर्वोत्तम होता है।
- सुबह स्नान कर स्वच्छ और हल्के रंग के वस्त्र पहनें।
- भगवान शिव या माता दुर्गा की मूर्ति के सामने रुद्राक्ष को रखें।
- रुद्राक्ष पर गंगाजल, दूध और कुमकुम चढ़ाएं।
- धूप-दीप जलाकर मंत्रों का जाप करें। panditbazar.com
जाप करने के मंत्र:
- "ॐ नमः शिवाय" (108 बार) panditbazar.com
- "ॐ क्लीं नमः" (तीन मुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र) panditbazar.com
4. रुद्राक्ष को धारण करें:
- रुद्राक्ष को लाल या पीले धागे में पिरोकर पहनें।
- इसे गले में या दाहिने हाथ में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है।
5. ध्यान रखने योग्य बातें:
- रुद्राक्ष धारण करने के बाद पवित्रता बनाए रखें।
- मांसाहार, नशे और बुरी आदतों से दूर रहें।
- प्रतिदिन "ॐ नमः शिवाय" या अपने इष्टदेव का नाम लेकर ध्यान करें।
- समय-समय पर रुद्राक्ष को गंगाजल से साफ करें। panditbazar.com
तीन मुखी रुद्राक्ष के लाभ:
- यह भगवान अग्नि (अग्नि देव) का प्रतीक है और पवित्रता को बढ़ावा देता है।
- यह पुराने पापों और बुरी यादों से छुटकारा दिलाने में सहायक है।
- आत्मविश्वास और ऊर्जा को बढ़ाता है, और मानसिक शांति प्रदान करता है।
- यह स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने और शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने में मदद करता है। panditbazar.com
तीन मुखी रुद्राक्ष को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ धारण करें। इससे आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे और आत्मिक शांति प्राप्त होगी। panditbazar.com